तुम्हे अगर यकीन है की तुम हो
तो तुम हो
कोई और माने या ना माने
ये ज़रूरी नहीं
तुमको जब तक है यकीन तब तक
तो तुम हो
जो सुना तुमने अपने कानो से सुना
जो देखा अपनी आँखों से
तो फिर किसी और की दिखाई राह पर
चलना क्यूँ हो
अपने दिल की
अपनी ख़ामोशी की
अपने दिमाग की
सुनो
और जब तक ये
सुन सको
तो यकीन रखो कि अपनी ताकत
तो तुम हो
अपनी ख़ामोशी को जब तक सुन सको
याद रखना की तुम
तुम ही हो
तो तुम हो
कोई और माने या ना माने
ये ज़रूरी नहीं
तुमको जब तक है यकीन तब तक
तो तुम हो
जो सुना तुमने अपने कानो से सुना
जो देखा अपनी आँखों से
तो फिर किसी और की दिखाई राह पर
चलना क्यूँ हो
अपने दिल की
अपनी ख़ामोशी की
अपने दिमाग की
सुनो
और जब तक ये
सुन सको
तो यकीन रखो कि अपनी ताकत
तो तुम हो
अपनी ख़ामोशी को जब तक सुन सको
याद रखना की तुम
तुम ही हो
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